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सूर्य हो बलवान


सूर्य देव प्रत्यक्ष ग्रह होने केकारण पृथ्वी के सभी स्थानों, जीव-जंतुओं, पेड़-पौधे पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालते हैं। सूर्य यदि कुंडली में बलवान हो, तो व्यक्ति उत्तम राजयोग का भागी, प्रभावशाली, तेजस्वी, गुणवान, प्रतिष्ठित, समाज का अग्रगण्य व्यक्ति और शत्रुओं को परास्त करने वाला होता है। सूर्य प्रभावित व्यक्ति कम मेहनत से ही जल्द सफलता प्राप्त कर लेते हैं तथा हर जगह अपनी धाक जमा लेते हैं। शुभ सूर्य वाले जातक प्रशासनिक अधिकारी, मंत्री, डॉक्टर, उच्च व्यवसायी, समाज सुधारक होते हैं। सूर्य कुंडली के1, 6, 10, 11वें भावों में अच्छा फल देता है। दूसरे भाव में हो, तो धन व स्थान की प्राप्ति कराता है। तीसरे भाव में वरिष्ठ लोगों के संपर्क में रखता है, चतुर्थ भाव में राजयोग देता है, पंचम भाव में रहकर व्यक्ति को तेजस्वी बनाता है। बाकी के भावों का विशेष शुभ फल नहीं होता। मेष राशि और सिंह राशि में स्थित सूर्य शुभ व श्रेष्ठ फल देता है।

2 comments:

  1. dr.santosh... in my kundali sun & rahu is aris in 8th house ,kanya lagna kundali.

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  2. डाक्टर संतोष जी आपका सूर्य और राहू मिलकर पितृ दोष की रचना कर नकारात्मक प्रभाव दे रहे हैं जिस कारण आपकी जो भी योजनाए हैं वो सफल नही होगी। यदि सफल रही तो थोडे समय बाद खराब परिणाम हो जायेगा। मेष मे होने के कारण प्रभाव तीव्र रहेगा। जीवन मे मनमाफीक परिणाम नही मिलेगा। जिस चीज से घृणा करोगे वही तुम्हारे पीछे पड जायेगी।

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