संबंध से जाने अपनी कुंडली का हाल्
लग्न कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति को देखकर यह बताया जा सकता है कि जातक का परिवार में संबंध कैसा रहेगा? जैसे अगर कुंडली में सूर्य ग्रह पीड़ित है, तो जातक का पिता से संबंध कटु रहने की आशंका होती है। या फिर जातक सरकार व सरकारी नौकरी से परेशान रहेगा। इसी प्रकार चंद्र पीड़ित हो, तो जातक का माता के साथ संबंध अच्छा नहीं रहेगा। या फिर वह अनिद्रा, मानसिक परेशानी, श्वास रोग आदि से परेशान रहेगा। यदि जातक की कुंडली में मंगल पीड़ित हो, तो उसका भाईयों कटु संबंध की आशंका बनी रहेगी। या फिर वह बीपी या ऐसे ही रोगों से परेशान रहेगा। यदि बुध ग्रह पीड़ित हो, तो जातक की पढ़ाई में बाधा आती है और उसे बौद्धिक परेशानी हो सकती है। यदि जातक की कुंडली में गुरु ग्रह पीड़ित हो या नकारात्मक प्रभाव वाला हो, तो जातक धर्म-कर्म में रुचि नहीं लेता। साथ ही उसकी आय में भी कमी होती है। वही यदि शुक्र कमजोर हो, तो जातक के प्रणय संबंध प्रभावित होते हैं। साथ ही वह मधुमेह जैसे रोगों से भी ग्रसित हो सकता है। यदि किसी जातक की कुंडली में शनि ग्रह निर्बल हो, तो वह अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से परेशान रहता है। साथ ही उसे हड्डी संबंधी रोगों से भी पीड़ा होती है। अगर राहु पीड़ित हो, तो जातक अहंकारी हो जाते हैं। ऐसे जातकों के दादा के साथ संबंध कटु हो सकते हैं। यदि जातक की कुंडली में केतु प्रभावित हो, तो उनका मां पक्ष से संबंधों में कटुता आने की आशंका रहती है। ऐसे जातकों को रक्त विकार भी होने की आशंका रहती है। जातकों को ग्रह विशेष की परेशानी होने पर उन्हें इससे जुड़े उपाय कर लेना चाहिए, ताकि वह दूसरी परेशानियों से भी बचे रह सकें।
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