शनि राशि परिवर्तन पर क्या करे।
हाल ही में खबर है कि नवंबर के मध्य से शनि अपनी राशि परिवर्तन कर रहे हैं। इस खबर से ज्यादातर लोग अपने जीवन में होने वाली घटनाओं को लेकर आशंकित हो रहे हैं कि कहीं उनके जीवन में कुछ अशुभ न हो जाए। पर सच तो यह है कि शनि न्याय के देवता हैं। शनि देवता विभिन्न रूपों में अपने भक्तों की परीक्षा लेते हैं। कभी वह साढ़ेसाती के रूप में जातकों की कुंडली में आ जाते हैं, तो कभी ढैय्या के रूप में आकर जातकों के कर्मफल को आंकते हैं। ऐसे में भक्तों को बिना देर किए, इनकी पूजा व उपासना करनी चाहिए, ताकि शनिदेव की कृपा उन्हें मिल सके। इनकी कृपा पाने के लिए कुछ खास पूजा की जाती है, पर कुछ सरल उपाय भी हैं, जिन्हें हर शनिवार को करना उचित माना गया है।
मसलन प्रत्येक शनिवार को "ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय" मंत्र का 108 की संख्या में जप करें। साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का भी 24 की संख्या में जप करें। वैसे पीपल के वृक्ष की पूजा भी शनिदेव की कृपा पाने के लिए अत्यंत लाभकारी उपाय माना जाता है। पीपल के वृक्ष को पितृ वृक्ष भी कहते हैं। इसके नीचे तेल का एक दीपक जलाएं, जल अर्पित करें और शिव मंदिर जाएं। शनिदेव की कृपा मिलेगी। हर शनिवार गरीबों को कचौरियां खिलाएं। अगर शनि मंदिर जा सकें, तो अतिउत्तम है।
Post a Comment