ग्रहो से जाने: मेरा रोज़गार क्या होना चाहिए?
सभी नौ ग्रहों का अलग-अलग प्रभाव माना जाता है। मान्यता यह भी है कि व्यक्ति अपने जीवन में जो कुछ भी हासिल करता है, उसमें ग्रह विशेष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। खासकर कैरियर के मामले में तो ग्रहों को ज्यादा उत्तरदायी माना जाता है। यानी ग्रह की भूमिका ही हमारे जीवन में कैरियर की दिशा तय करती है। ऐसे में अगर ग्रह की कृपा हुई, तो जातक शिक्षक भी बन सकते हैं या चिकित्सा के क्षेत्र में भी सफलता का परचम लहरा सकते हैं।
शिक्षक
एक अच्छे शिक्षक की कुंडली पर बृहस्पति ग्रह की कृपा होनी आवश्यक है। ऐसा इसलिए क्योंकि यही ग्रह शिक्षा पर राज करता है। कुंडली में चौथा घर जातक के जीवन में शैक्षणिक दृष्टि से ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। शिक्षक का काम केवल बच्चों को पढ़ाना ही नहीं, बल्कि बच्चों को संभालना भी होता है, ऐसे में कुंडली में पांचवां घर भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
डॉक्टर
यह दुनिया का सबसे चर्चित प्रोफेशन है। इस प्रोफेशन में जाने को इच्छुक लोगों पर भी बृहस्पति की विशेष कृपा होनी आवश्यक है। वैसे भी बृहस्पति को प्रोफेशनल्स का ग्रह कहा जाता है। कुंडली में दसवां या पांचवां घर आरोग्य का माना जाता है, जिससे इस ग्रह का गहरा संबंध है। साथ ही अगर किसी जातक की कुंडली में 12वें घर में यह ग्रह मजबूती से बैठा हो, तो जातक के चिकित्सक बनने के मौके बढ़ जाते हैं।
संगीत
किसी भी जातक को संगीत के क्षेत्र में कुछ अच्छा करने के लिए शुक्र ग्रह की कृपा आवश्यक होती है। अगर कुंडली में तीसरे घर में शुक्र है, तो जातक खुद ही कला के क्षेत्र में उच्चतम योग्यता हासिल करता है। वैसे शास्त्रीय गायन में बृहस्पति ग्रह की भूमिका रहती है। जबकि रॉक और आधुनिक गायन में राहु से मदद मिलती है। इसी प्रकार संगीत वाद्यों को बजाने महारत हासिल करने में बुध ग्रह और गायन के लिए चंद्रमा का बलवान होना आवश्यक होता है।
आर्किटेक्ट
भूमि और घर का संबंध जातक की कुंडली में चौथे घर से होता है, पर इनके साथ मंगल और शनि को भी शुभ स्थान पर होना चाहिए। मंगल इमारतें बनाने की क्षमता विकसित करता है, जबकि शनि को भूखंड का ग्रह माना जाता है। बृहस्पति ग्रह जातक को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने में अतिरिक्त योग्यता भी दे सकता है।
योगशास्त्री
आजकल योग में भी कैरियर है। इस प्रोफेशन में जाने के लिए किसी भी व्यक्ति को कुछ ग्रहों की एक साथ सकारात्मकता की आवश्यकता होती है। अच्छे आत्मविश्वास के लिए पहले घर में ग्रहों की कृपा होनी चाहिए। साथ ही दूसरे घर पर ग्रहों की कृपा हो, तो जातक परिवार एवं धन से संपन्न होता है। इसके अलावा चौथे, पांचवें और सांतवें घर में ग्रहों की शुभता हो, तो यह जातक की शादी का संकेत देता है।
प्रबंधन
अगर जातक की कुंडली में पहला, पांचवां और दसवां घर मजबूत स्थिति में है, तो प्रबंधन के क्षेत्र में जातक अच्छा टीम लीडर बन सकता है। साथ ही सूर्य की शुभता मिल जाए, तो जातक को आगे बढ़ने में मदद मिलती है। मंगल की शुभता की भी आवश्यकता होती है।
खेल
खिलाड़ी बनने के लिए मंगल ग्रह की शुभता की ज्यादा आवश्यकता होती है। साथ ही उत्साह के लिए तीसरे, खेल के चुनाव के लिए तीसरे और प्रतिद्वंद्वी क्षमता में बढ़ोतरी के लिए छठे घर का मजबूत होना जरूरी है। खिलाड़ी जातक की कुंडली में बुध ग्रह का मजबूत होना जरूरी होता है।
प्रोफेशन कोई भी हो, ग्रहों की कृपा आवश्यक रूप से चाहिए। ऐसे में कोई भी ग्रह किसी भी जातक के लिए कैरियर बनाने में महत्वपूर्ण हो सकता है
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