Bad effects of Planet in Transit (गोचर प्रभाव)
यों तो जीवन में जितने भी उतार-चढ़ाव आते हैं, वो सब किसी न किसी ग्रह-नक्षत्र के प्रभाव से ही होते हैं। ये ग्रह राशि में आने से पहले संकेत भी दे देते हैं। इनका प्रभाव शुभ और अशुभ दोनों में से कोई भी हो सकता है। यहां हम कुछ ऐसे ही संकेतों की चर्चा करेंगे, जो ग्रहों के विशेष प्रभाव के कारण उत्पन्न होते हैं।
सूर्य: ऐसे जातक बाल्यावस्था में ही अपने पिता से अलग हो जाते हैं। नेत्र रोग हो जाता है। यश कम मिलता है।
चंद्र्: घर में पानी की समस्या रहती है। कल्पना-शक्ति कमजोर हो जाती है। माता का स्वास्थ्य खराब रहता है।
मंगल : ऐसे जातकों को विवाह बाधा, दांपत्य दोष, शत्रुबाधा, भाइयों से विरोध रहता है।
बुध: जातक को नशे व जुए की लत लग जाती है और बेटी व बहन को दुख रहता है।
गुरु: विवाह में देरी होती है। सोना खोने लगता है। शिक्षा में बाधा आती है। साथ ही अपयश मिलता है।
शुक्र: जातक को प्रेम में धोखा मिलता है। त्वचा में विकार उत्पन्न होते हैं।
शनि: घर में आगजनी होती है। विपत्तियां आती रहती हैं।
राहु: हाथ के नाखून झड़ जाते हैं। तनाव रहता है।
केतु: जोड़ों में दर्द रहता है। पुत्र का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता।
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