Always Worship As Per Birth Nakshatra
जीवन में सब कुछ अशुभ हो रहा हो, व्यापार में बाधाएं आती हों, तरक्की नहीं हो रही हो, किसी बीमारी ने जकड़ रखा हो, तो अपनी तिथि के हिसाब से पूजा और उपाय किया जा सकता है। जैसे अगर आप प्रथम यानी प्रतिपदा तिथि को जन्मे हैं, तो अग्नि पूजा आपके लिए लाभदायक हो सकती है। इसी प्रकार द्वितीया तिथि को जन्मे लोगों के लिए ब्रह्मा, तृतीया तिथि वालों के लिए मां गौरी की आराधना करना लाभदायक होता है। चतुर्थी तिथि को जन्मे जातकों को गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। इसी प्रकार जिस जातक का जन्म पंचमी तिथि को हुआ है, उसे शेष नाग की पूजा लाभ देती है। षष्ठी तिथि को जन्मे जातकों के लिए कार्तिकेय और सप्तमी तिथि को जन्मे जातकों के लिए सूर्य भगवान की पूजा करना सर्वथा लाभदायी माना गया है। अगर जातक का जन्म अष्टमी तिथि को हुआ है, तो उसे शिव जी तथा नवमी तिथि को जन्मे जातक को दुर्गा की आराधना करने से जीवन में हर बाधा से मुक्ति मिलती है। यदि दसवीं तिथि को जातक का जन्म हुआ है, तो उन्हें कालभैरव की पूजा लाभ देती है। एकादशी तिथि को जन्मे जातकों को विश्वदेव और द्वादशी को जन्मे जातकों को शिव जी की पूजा करनी चाहिए। पूर्णिमा के दिन जन्मे जातकों को चंद्रमा और अमावस्या तिथि को जन्मे जातकों के लिए पितरों की पूजा करना लाभदायक माना गया है।
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