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देश में ऐसे कई देव स्थान हैं, जहां केवल भक्तों की कामना पूर्ति ही नहीं होती, बल्कि भूत-प्रेत, मिरगी, पागलपन आदि समस्याएं भी ठीक होती हैं। आगरा शहर से 200 किलोमीटर दूर स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर। यहां हनुमान जी बाल स्वरूप में उपस्थित हैं, जिनके दर्शन मात्र से भक्तों की पीड़ा दूर हो जाती है। राजस्थान के अलवर जिले से करीब सौ किलोमीटर की दूरी पर दौसा नामक स्थान पर स्थित इस मंदिर में हनुमान जी के साथ, श्री भैरव बाबा और प्रेतों के राजा प्रेतराज की भी पूजा की जाती है। यहां ज्यादातर वैसे भक्त आते हैं, जिन्हें भूत-प्रेत या इससे संबंधित समस्या होती है। लोगों में ऐसा विश्वास है कि इस मंदिर से कोई खाली हाथ नहीं लौटता। यहां बालाजी यानी हनुमानजी को मोतीचूर के लड्डू, भैरव बाबा को उड़द और प्रेतराज को चावल का भोग लगाया जाता है। यहां मंगलवार और शनिवार की आरती लेने का विशेष महत्व है।
कहा जाता है कि अगर आरती के समय ही कई लोग प्रेत बाधा से मुक्त हो जाते हैं। यहां मौजूद प्रेतराज और बालाजी की मूर्तियां अरावली के जंगलों में मिली थीं। इस वजह से इनका आज भी महत्व है। अगर भक्त सच्चे मन से बालाजी से अपनी परेशानियां दूर करने की प्रार्थना करता है, तो उसकी कामना पूर्ण होती है।
मैने बहुत बार गया हूं, आप भी जाकर देखे, सभी परेशानी दुर होगी ।
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