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न्यूमेरोलॉजी और मकान संख्या ( Your House Number)

न्यूमेरोलॉजी के अनुसार संख्या का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। कोई संख्या हमारे अनुकूल होती है, तो कोई प्रतिकूल। इसी प्रकार मकान संख्या भी हमारे जीवन में शुभ-अशुभ फल ला सकती है। अगर आपके घर की संख्या 532 है,
तो मूलांक 5+3+2 = 10 = 1 होगा। 
मूलांक 1
के घर में रहने वाले लोग सूर्य ग्रह से प्रभावित रहते हैं। इनकी विचारधारा स्थिर रहती है और ये अपने निश्चय पर दृढ़ रहते हैं। इन्हें अपने जीवन में बाहरी व्यक्ति का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं होता।
मूलांक 2
वाले घर में रहने वाले लोग चंद्र ग्रह से प्रभावित रहते हैं। ऐसे लोग कल्पनाशील, कलाप्रिय और स्नेहशील स्वभाव के होते हैं। इनमें बुद्धि चातुर्य काफी अच्छा रहता है।
मूलांक 3
का स्वामी गुरु होने के कारण ऐसे घर में लोग अनुशासन में कठोर होते हैं। इसलिए यहां रहने वाले लोग अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से बहुत सख्ती से पेश आते हैं। ये लोग बौद्धिक स्तर के काम में सफलता पाते हैं।
मूलांक 4
वाले घर में रहने वाले लोगों की विचारधारा आम लोगों से अलग होती है। विरोध करने की आदत के कारण ऐसे व्यक्तियों के जीवन में कई असंभव घटनाएं होती हैं। इन घरों में धन संग्रह का कार्य नहीं हो पाता, पर इनकी कीर्ति दूर-दूर तक फैलती है।
मूलांक 5
वाले घरों में बुध का प्रभाव होने की वजह से वहां मैत्री भाव प्रबल रहता है। यहां रहने वाले लोगों का बौद्धिकता के प्रति अधिक झुकाव होता है। ऐसे घरों में तनाव व उत्तेजना भी बनी रहती है।
मूलांक 6
वाले घरों में शुक्र ग्रह का प्रभाव होने की वजह से व्यक्तियों में आकर्षण शक्ति एवं घुलमिल कर रहने की प्रवृत्ति होती है। विभिन्न कलाओं में इनकी अभिरुचि होती है। ऐसे घर हमेशा सजे हुए रहते हैं। यहां संगीत, साहित्य, ललित कला, चित्रकला इत्यादि का भी बोलबाला रहता है।
मूलांक 7
चूंकि केतु का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए इस मूलांक के घर में रहने वाले लोग कल्पनाशील होते हैं। आर्थिक रूप से भले ही ये ज्यादा सक्षम नहीं हो पाते, पर इन घरों में रहने वाले लोग यात्रा प्रेमी होते हैं। यहां दार्शनिक लोग भी होते हैं। धर्म के प्रति इनकी विचारधारा परिवर्तनशील होती है।
मूलांक 8
के घरों में शनि ग्रह का प्रभाव होता है। इसलिए यहां रहने वाले लोग धीरे-धीरे उन्नति करते हैं। इनके जीवन में कठिनाइयां और व्यवधान बारंबार आते हैं। ऐसे लोगों में दिखावे की प्रवृत्ति कम होती है, इसलिए कई लोग इन्हें कठोर हृदय समझते हैं। पर आलसी प्रवृत्ति का होने की वजह से इन्हें असफलता भी मिलती है।
मूलांक 9
वाले घरों में रहने वाले लोगों पर मंगल ग्रह का प्रभाव अधिक रहता है। इसलिए यहां अनुशासनप्रिय लोग अधिक रहते हैं। घर हो या बाहर, ये लोग अक्सर क्रोधित हो जाते हैं। ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को हमेशा मुसीबतें भी झेलनी पड़ती हैं, पर दृढ़ विचार के होने की वजह से ये सारी समस्याओं पर विजय पा लेते हैं।

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