पति-पत्नी में तनाव (Stop Fight between Husband and Wife)
ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु।
सह वीर्यं करवावहै।
सह वीर्यं करवावहै।
तेजस्विनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै
ऊं शांति: शांति: शांति:।
ऊं शांति: शांति: शांति:।
अर्थ:- हे देवता एक शिक्षक की भांति हमें सही राह दिखाओ। आपसे प्रार्थना है कि आप हमारी देखभाल करें और हम सभी को अपनी कृपा दें। ताकि हमारी शिक्षा का सकारात्मक परिणाम निकले और हम दोनों के बीच कभी मनमुटाव न हो।
ठीक इसी प्रकार प्रात: वंदना से भी जीवन में खुशियां आ सकती हैं और हमारी हर सुबह खुशनुमा हो सकती है। इसके लिए यह मंत्र जपें :
कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमूले सरस्वती
करमध्ये तु गोविंद: प्रभाते करदर्शनम्।
हे मां लक्ष्मी आप अंगुलियों में बसती हो, कलाई पर सरस्वती मां का वास है और हथेली के केंद्र में भगवान गोविंद का वास है। इसलिए हर दिन सुबह में हस्त दर्शन जरूर करने चाहिए।
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