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Know About Genuine Rudraksha (असली रुद्राक्ष की पहचान)


शास्त्रों में बताया गया है कि जो भक्त रुद्राक्ष धारण करते हैं या जप के दौरान इसका इस्तेमाल करते हैं, भगवान महादेव उनसे प्रसन्न होते हैं। पर अक्सर लोगों को रुद्राक्ष की असली माला नहीं मिल पाती है, जिससे पूजा का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता। इसलिए अन्य पूजन सामग्रियों के साथ-साथ रुद्राक्ष को भी असली होना चाहिए। असली रुद्राक्ष की पहचान के कुछ तरीके भी हैं।

कुछ घंटे तक रुद्राक्ष को पानी में उबालें। अगर रुद्राक्ष के मनकों पर किसी तरह का असर न हो, तो वह असली है। इसी तरह अगर दो रुद्राक्ष चिपकाकर बनाएं हुए हैं, तो उनके रंग में अंतर हो जाएगा।

रुद्राक्ष के मनके को एक पानी से भरे गिलास में डालें। अगर यह डूब जाए, तो असली होगा। हालांकि यह टेस्ट उतना भरोसेमंद नहीं माना जाता है क्योंकि मेटल या किसी भारी चीज से बनाया गया रुद्राक्ष भी पानी में डूब जाता है।

रुद्राक्ष के मनके को काटने का प्रयास करें। अगर यह असली होगा, तो जितने घेरे इसके अंदर होंगे, उतने ही हिस्से दिखाई देंगे। यह परीक्षण सही माना जाता है, पर इसके साथ नकारात्मक बात यह है कि रुद्राक्ष नष्ट हो जाता है।

अगर रुद्राक्ष के मनके को तांबे के दो सिक्कों के बीच में रखा जाए, तो वह हट जाएगा। दअसल रुद्राक्ष में मौजूद चुंबकत्व क्षमता की वजह से ऐसा होता है। यद्यपि यह परीक्षण करने के लिए पूरी एकाग्रता की आवश्यकता होती है।

चूंकि रुद्राक्ष प्रकृति की देन है, इसलिए असली रुद्राक्ष में एक विशेषता यह होती है कि वह किनारे से कभी नहीं टूटता है।

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