अपने ऊपर आई
विघ्न-बाधाओं का नाश करने के लिए किसी नदी या तालाब में जब आपस्नान करने जाएं, तो सर्वप्रथम श्री गणेश जी का स्मरण करते हुए
जल मेंप्रवेश करें। तत्पश्चात् अपनी उंगली से एक
त्रिभुज की आकृति पानी पर बनाएंऔर त्रिभुज के बीच में अपनी उंगली से ‘ह्रीं’ बीज
मंत्र लिखें। फिर इसत्रिभुज में डुबकी लगाकर स्नान करें। घर लौटते
समय किसी गरीब व्यक्ति कोभोजन कराएं या उसकी किसी भी प्रकार से सहायता
अवश्य कर आएं। इससे आपका जीवनखुशहाल होगा। दीर्घायु, अच्छे
स्वास्थ्य एवं दुर्भाग्य की छाया से बचने केलिए
व्यक्ति को सदाचार रूपी रसायन का सेवन करते हुए अपने इष्ट एवं आराघ्यदेव
का ध्यान, उपासना एवं पूजन प्रतिदिन अवश्य करना चाहिए।
विश्वास एवंश्रद्धा के साथ जप-तप, पूजा-पाठ, ध्यान
एवं अर्चना करनी चाहिए।इससे आयु, विद्या एवं बल में वृद्धि होती है। दुर्भाग्य
दूर भागता है व घर मेंसुख-शांति का वास होता है।
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