My Experience with Pitra Doh and How to remove Pitra Dosha
पित्तर दोष की समास्या से जुडा एक साधक का पत्र
आपके सामने रखने जा रहा हूँ जोकि कुंडली का विशलेषण करने मे आपकी सहायता कर सकता
है और सावधान कर सकता हैं। पित्तर दोष बहुत ही गम्भीर दोषो की श्रेणी में आता है। यहाँ
तक कि साधको की साधनाए भी सिद्ध नहीं होती हैं यदि यह दोष हैं।
सर सादर चरण स्पर्श,
मैं ग्वालियर से हूँ और आपके ब्लॉग
पर मैंने काफी कुछ पढा बहुत अच्छा लगा और मैंने सोमवती अमावस्या बाला प्रयोग भी किया बहुत लाभ हुआ
और शायद बहुत लाभ की संभावना भी हैं, मैंने शनिदेव के बारे में भी पढा बहुत अच्छा उपाय बताया आपने। आपने एक चीज
बहुत अच्छी लिखी हैं कि शनि यंत्र को घर में स्थापित नहीं करना चाहिये।
बिल्कुल सही बात हैं। मैं ये गलती कर चुका हूँ और मैं उससे काफी परेशान भी
रहा था। अब जाके कुछ राहत मिली हैं।
सर, मैंने यह पत्र आपको इसलिये लिखा हैं, कि मैं अपने पुत्र एक ही पुत्र हैं मेरा और दो पुत्रियां हैं पर जबसे मैंने शनि यंत्र घर में स्थापित किया था तब से मैं अपने पुत्र की तबियत से बहुत परेशान हुआ था और काफी पण्डितों को दिखाया पर कुछ समाधान ना हो सका। यहां मैं एक बात और स्पष्ट करना चाहता हूँ कि बाजार में पण्डितों का रवैया बहुत खराब हैं। पैसे लेना और कुछ फायदा न होना एक आम सी बात हैं। बस वह पैसे बटोरते हैं और खिलवाड करते हैं।
सर, मुझे एक गुरू मिले, उन्होंने कहा कि तुम अपने पुरखों के स्थान पर अपने बच्चे को ले जाकर वहां पूजा कर के आओं जब से मेरा बच्चा बिल्कुल ठीक हैं। सर, मैं भी ज्योतिष का छात्र हूँ। पर गुरू बनाया हैं उनसे बहुत कुछ सीखने का मिला अपितु मेरे पुत्र की कुण्डिली में अष्टम भाव में शनि, चन्द्र, केतु और शुक्र एक साथ बैठे हैं चन्द्र यानी की पंचम राशि हैं उसकी सिंह 2011 में उसके यूटीआई की प्रोबलम आई थी ठीक हो गई थी फिर एक बार और रिपीट हुई ठीक हो गई। आपसे गुजारिश हैं कि मेरे पुत्र की पत्रिका देख लें।
सर, प्रश्न केवल यही है, कि यह शुरू से बीमार ही रहता
है, और दो बार भर्ती भी हो गया था, और भूत पलीत का भी चक्कर हो
गया था तथा इसके साथ ही आपके ब्लॉग पर से मैंने इस उद्देश्य से अपने पुरखों के स्थान
पर जाकर इसकी पूजा करा ली तब से अच्छा रहने लगा तथा अमावस्या का उपाय जो आपके ब्लॉग पर दिया गया था उसको कर रहा
है , तबसे मेरा बच्चा बहुत अच्छा
रहने लगा हैा आपसे विनती यही है, कि बस मेरा बच्चा हमेशा स्वस्थ्य रहे।
आपका रोशन लाल वर्मा ...............
कारण यह है कि इस बच्चे की कुंडली मे चन्द्र केतु के
साथ ही अष्ट्म मे बैठा हैं। तो पित्तर दोष तो है ही जो सोमवती अमावस्या की पोस्ट
मे लिखा था और चन्द्र अगर केतु या राहू जैसे पाप ग्रह से पीडित है तो भुत प्रेत की समस्या तो
आम बात हैं। अब यह कुंडली इस बात के प्रमाण के तौर पर आपके सामने रखी हैं। आप भी
सम्भल कर चले ऐसी आशा है। इसी उद्देश्य से यह अनुभव आपके सामने रखा हैं।
ईमेल आईडी यहाँ नही लिखा गया और मोबाईल यहाँ लिखना ठीक नही रहेगा।
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