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Back Anyone's Life From Mouth of Dead


मै आप सभी के सामाने कुछ उपाय रख रहा हूँ जो कि दुर्लभ है और मेरे द्वारा समय समय पर परिक्षण किया गया है। यह उपाय केवल ऐसे मरीजो के लिए है जिनकी समय का समाधान डाक्टर के पास नही होता। 

जीवन की पुनः प्राप्ति के लिए: उपाय बहुत ही सरल और कठिन भी है। एक सब्जी होती है जिसका नाम पैठा होता है यह पीले पीले रंग का होता है और बहुत बडे से आकार का होता है। यदि कही से कटा फठा ना हो तो 10 सालो तक खराब नही होता है। सामान्यत लोग इस सब्जी से घृणा करते है और कुछ बहुत प्रेम से खाते है। हिन्दुस्तान मे भी पुरी और पैठे की सब्जी को लोग आनन्द से खाते है। सब्जी तो ज्यादात्तर,  हरे वाले पैठे की बनाते है। यदि इसी पैठे को कुछ समय रखा रहने दे तो इसका रंग हरे से पीला होता जाता है। यह 10-20 किलो के आकार मे भी होता है।

मै जो प्रयोग आपको बता रहा हूँ वो यही है कि यदि इस प्रकार के पीले वाले पैठे जोकि आकार मे 5-7 किलो का हो को मरीज के हाथ से स्पर्श करा कर उसकी मंगलकामना की दुआ करते हुए किसी अनाथालाय मे दान करा जाये तो पैठे का इस्तेमाल होने पर मरीज की तबीयत ठीक होने लगती है। अच्छा तो यही है कि अनाथालाय को यह निर्देश दे की इस पैठे को आज ही इस्तेमाल करे तो मरीज के लिए अच्छा है।  या आप सब्जी बनाकर स्वयं ही दान कर सकते है। यह आपको स्वयं ही करना होगा। 

यह प्रयोग दिखने मे बहुत ही सरल है। हमने कई बार देखा है कि मरते हुए आदमी के साथ भी यदि यह प्रयोग किया जाये तो वो मरता नही है और पुनः जीवन की प्राप्ति होती है। संकट से मुक्ति मिलती है। असाध्य रोग भी ठीक हो जाते है। यह उपाय दुर्लभ है। 1-2 सप्ताह मे दोबारा करते रहे ताकि जल्द आराम हो जाये।

असाध्य बीमारीयो को ठीक करने के लिए:  एक अन्य प्रयोग मे खाट की पुरानी रस्सी निकल कर, मरीज को सिर से पैर के अंगुठे तक उसी रस्सी से नाप कर, रस्सी को काट ले। अब इस रस्सी को सरसो के तेल मे ढुबा दे। फिर मरीज के उपर घडी के दिशा मे घुमते हुए इस मंत्र का जप करे। "मंत्र: नाशे रोग हरे सब पीडा, जपत निरंतर हनुमत बीरा"। ऐसा सात बार करना है। मतलब एक बार घुमना पर एक मंत्र पढना है। इसके बाद आपको गायत्री मंत्र की एक माला मंत्र को जप करना है। आप मरीज के लिए संकल्प कर गायत्री मंत्र का जप करे। बाद मे उस रस्सी को कही लटका कर नीचे के दोनो छोरो मे एक साथ आग लगा दे। अब मरीज को कहे कि उस जलती हुई आग को देखते रहे। यदि आप भी उस आग को देखोगे तो उसमे नीले रंग की चिंगारियाँ उठती रहती है जो बीमारी, नजर, बुरी बला होने की पुष्टि करती है। यह प्रयोग कई प्रकार के तांत्रिक प्रयोगो और किये कराये से भी मुक्ति दिलाता है। इस प्रयोग से कई असाध्य रोग का इलाज होते हुए देखा गया है।

प्राणो की जल्दी मुक्त के लिए: यदि कोई व्यक्ति ज्यादा बुजर्ग हो और उसकी तबीयत ज्यादा खराब रहती है तो हो सकता है कि उसका समय जीवन लीला की समाप्ति के करीब हो। ऐसा देखने मे आया है कि उसके पाप कर्म उसे इस दुनिया से जाने मे दिक्कत कर रहे हो। क्योकि यह दुनिया कर्म प्रधान है यह कर्म का दंड तो मिलता ही है। हो सकता हो कि अभी कुछ पापकर्म शेष हो इसलिए उसके प्राण ना छुट रहे हो। इसलिए ऐसी अवस्था के लिए यह प्रयोग किया जा सकता है कि आप चीनी की खाली बोरी या चीनी को मरीज के हाथ से स्पर्श करा कर अपने घर की छत पर डाल दे। घर की छ्त पर कोई और गन्दगी रखना सही नही है। आपको रोजना ऐसा करना है। कभी कभी भुनी हुई सुजी को बुरा मे मिक्स कर सुखे गोले मे भरकर की निर्जन स्थान मे केवल इतना दबा दे ताकि चीटीयाँ आसानी से उस तक पहुच सके। आप ऐसा करते रहे जब तक मरीज के प्राण आसानी से ना निकल जायेगे। इस प्रकार 10-15 दिनो मे ही उसकी आत्मा मुक्त हो जायेगी। यह कोई मारण प्रयोग नही है।




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