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04 April 2015 Chandra Grahan (चन्द्र ग्रहण)

04 अप्रैल 2015 को चन्द्र ग्रहण हैं। ग्रहण के महत्तव से सभी भालि भांति परिचित हैं। 04 अप्रैल 2015 को होने वाला चन्द्र ग्रहण भारत में दृश्य होगा। इस ग्रहण के प्रारम्भ व समाप्ति काल दिल्ली में इस प्रकार होगा।

ग्रहण प्रारम्भ - दोपहर बाद - 03.45 बजे
ग्रहण समाप्त - सांय - 07.15 बजे

ग्रहण का सूतक - इस ग्रहण का सूतक दिनांक 4 अप्रैल 2015 को प्रातः 6:45 से ही प्रारम्भ हो जायेगा। सूतक प्रारम्भ हो जाने बाद (बच्चो वृद्ध व रोगियों को छोड़कर) धार्मिक जानो को भोजन आदि नहीं करना चाहिए। इस काल में देव प्रतिमा आदिओं का स्पर्श व्रजित हैं।

इस बार चन्द्रमा ग्रस्ति अवस्था में ही उदय होगा।
चन्द्र ग्रहण प्रारम्भ (चन्द्रोदय के साथ) - 18: 41: 09
चन्द्र ग्रहण समाप्त - 19: 15: 20

स्थानीय ग्रहण की अवधि - 34 मिनट 10 सेकेंड

उपच्छाया से पहला स्पर्श - 14:33:29 
प्रच्छाया से पहला स्पर्श - 15:47:38 
परमग्रास चन्द्र ग्रहण - 17:31:29 
प्रच्छाया से अंतिम स्पर्श - 19:15:20 
उपच्छाया से अंतिम स्पर्श - 20:29:29


खण्डग्रास की अवधि - 03 घंटे 27 मिनट 42 सेकेंड
उपच्छाया की अवधि - 05 घंटे 55 मिनट 59 सेकेंड

इस दौरान गर्भवती स्त्रीयों को विशेष सावधानी रखनी चाहिए। साथ ही यदि हो सकें तो अपने ईष्ट देव के मंत्रों को मन ही मन जपते रहना चाहिए। गर्भवती स्त्रीयों को विशेष पुजा पाठ नहीं करनी चाहिए। साधक गण जो मंत्रों को सिद्ध करने मे विशेष रुचि रखते है उन सभी को इस समय का उपयोग करना चाहिए। यदि मंत्रों को किसी भी प्रकार के जल में खडा होकर जपा जाए तो मंत्र निश्चित रुप से सिद्धि होते है। इस बाद दान आदि करना चाहिए। यदि आपका मंत्र सिद्ध भी ना हो तो भी साधना को लगातार करते रहने से हर प्रकार का मंत्र 20-22 दिन में सिद्ध हो जाता है। लेकिन साधना क्रम टुटना नही चाहिए।

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