Sun Stone: Ruby

यह विषनाशक है। ऐसा माना जाता है कि इसे त्वचा पर रगड़ने से
त्वचा कांतिमय हो जाती है तथा व्यक्ति में यौवन और शक्ति का संचार होता है।
मध्यकाल में आम धारणा थी कि जब कोई विपत्ति आने वाली होती है, तो असली माणिक्य अपना रंग
बदल देता है। असली माणिक्य पत्थर पर घिसने से घिसता नहीं है और उसका वजन कम नहीं
होता है। इसी तरह आंखें बंदकर पलकों पर माणिक्य रखने से ठंडक महसूस होती है।
धारण
करने की विधि: इसे धारण करने से पूर्व
नक्षत्रों का विचार अवश्य करना चाहिए। अंगूठी को रात में गंगाजल अथवा कच्चे दूध
में डुबोकर रख दें। प्रात: काल स्नानादि से निवृत्त होकर अंगूठी को गंगाजल से
स्नान कराकर धूप-दीप दिखाकर, नैवेद्य
करें। अनार का भोग लगाएं। तत्पश्चात मंत्र ‘ॐ घृणि: सूर्याय नम:’ मंत्र की पांच माला अथवा कम
से कम 1 माला
जप करके क्षमा याचना करते हुए दाहिने हाथ की अनामिका में धारण करें। माणिक्य धारण
करने के लिए ‘डालाछठ’ का
दिन सर्वोत्तम माना जाता है। इसे किसी भी शुक्ल पक्ष के रविवार को सूर्य की होरा
में या सूर्य के नक्षत्र में भी धारण कर सकते हैं।
Post a Comment