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Pitra Dosh Ka Simple Prayog

प्रिय मनुष्यों

मैं किसी साधनात्मक कारण की वजह से काफी समय से अपने स्थान पर नहीं था, इसलिए ब्लोग पर अपडेट नही दे पाया। इसके लिए क्षमा प्रार्थी हूँ, आशा करता हूँ कि आगे अच्छे अपडेट दे सकूँ तो मेरे जीवन की सर्थकता होगी।
 
पितृ दोष: एक गम्भीर समस्या है। आजकल यह समस्या आम हैं जिसकी वजह से नौकरी ना मिलना, शादी समय पर ना होना, संतान ना होना, गर्भपात होना, ( क्योंकि जन्म लेने के लिए आत्माँए पितृ लोक से ही आती हैं), बनते काम बिगड जाना, या काम शुरु मे ठीक फिर दो महीने खराब हो गया। सपने मे गंगा के दर्शन होना। बहते जल मे कुछ सिक्के दिखना आदि सब पितृ दोष से जुडे है। इसका सरल समाधान है कि सोमवती अमावस्या पर पितृ शांति यज्ञ करवा लो। या सोमवती अमावस्या वाल प्रयोग कर लो वो पहले से इस बेबसाईट पर दिया हैं। इसके अलावा एक और तीव्र उपाय किया जा सकता है।

शाम होने पर, एक देशी घी का मिट्टी का दीपक दक्षिणा दिशा मे लगाये और थोडा से गंगाजल मिलाकर पानी रख दे। फिर दक्षिण दिशा की और बाहे फैलाये यह प्रार्थना करे कि हे पितृ देवो आज के लिए बस इतना ही कर सकता हूँ इससे आप प्रसन्न होफिर यह मंत्र पढे "सर्व पितृभ्यो नमः प्रेत मोक्ष प्रदोम्भवः" को तीन बार अपने मन में जपे। झुक कर नमस्कार करे और आशीर्वाद ग्रहण करें। बाद मे ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का उच्चारण करते हुए यह कामना करे कि मेरे पितृ को मुक्ति प्राप्त हो। बाद मे जब दीपक बुझ जाये तो वो जल किसी वृक्ष को अर्पित कर दे। यह ध्यान रखे कि जल किसी के पैरो मे ना आये।  इस प्रयोग घर के मेल सदस्य करे तो ज्यादा अच्छा हैं।

लो हो गया उपाय, ऐसा रोज करते रहे जब तक आपके सभी काम बनने ना लग जाये। फिर सप्ताह मे एक बार या महीने मे अमावस्या के दिन करते रहे तो कल्याण ही होगा। मुश्किल समय मे अपने आप सहायता मिल जायेगी। ईश्वर ने चाहा तो मुश्किल समय आयेगा ही नहीं।
 
एक और अनुभत प्रयोग: एक बार मेरे पास कोई आया तो कुछ मांगा मैने उसकी समस्या को देखते हुए उसे मोक्षदा एकादशी का उपाय करने को कहा। उसने दशमी, एकादशी और दशमी के सभी नियमो का पालन करते हुए सभी क्रिया करी। फिर सामान्य जीवन व्यतीत करने लगा। इसके बाद कोई चमत्कार नहीं हुआ। उसने कहा कि मेरी समस्या तो अभी ऐसी ही हैं। मैनें कहा चिंता मत कर आगे जैसी प्रभु कि इच्छा। फिर अचानक एक साल बाद मेरे पास उसी व्यक्ति का फोन आया कि मेरे पिता और पितृ ने दर्शन देकर यह बताया कि हम मुक्त हो गये हैं और हम बहुत ही प्रसन्न हैं। इसलिए तुमको आशीर्वाद देने आये। इसके बाद फिर उसने एक अनुभव बताया कि पिता जी ने आज फिर दर्शन दिए और कहा बेटा तुम्हारी मोटरसाईकिल पुरानी हो गई इसलिए तुम्हारे लिए कार की राशि का प्रबन्ध करने जा रहा हूँ, आशा करता हूँ कि तुम्हे यह पसन्द आयेगी। 

पितृ दोष क्या है? हमारे दादा, पिता हमारे लिए जो करते है उसको ब्यान नहीं किया जा सकता। यह तो एक बार बाप बनने पर ही समझ आ सकता हैं। बस जब हम उनके लिए कुछ नही कर पाते तो ऐसे दोष को जन्म से ईश्वर हमारी जन्मपत्रिका मे लिख देता है। यह कोई जरुरी नहीं कि यह कमी हमारी ही हो यह कमी हमारी पिता से भी हो सकती है कि उन्होने कभी पितृ की सेवा नहीं करी हो तो भी ऐसा होता है। कुछ कर लो तो ज्यादा अच्छा है, नही तो उपर जाकर वो मारेगें और धरती लोक मे संतान के पाप कर्म।  




1 comment:

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